Chapter 4 – एक बूँद

बादलों की गोद से निकल कर एक बूँद अस्तित्व में आई। वो बादलों को छोड़कर जैसे ही थोड़ा सा आगे बढ़ी, उसके मन में ख्याल आया कि मैं अपने घर को छोड़ क्यों निकल आई ! वह अपने घर छोड़ने के निर्णय पर बार-बार विचार करती है। यहाँ बूँद की दुविधा और अनिश्चितता को दर्शाया गया है, जो मानव मन की अस्थिरता का प्रतीक है। यह पद्यांश हमें बताती है कि जब भी जीवन में हम कोई नई चीज शुरू करते हैं या कोई बड़ा कदम उठाते हैं तो हमारे मन में एक भय और संशय होता हैं।

बूंद अपने भाग्य को लेकर चिंतन करती है। वह सोचती है कि आगे उसका क्या होगा यह ईश्वर को ही पता है। क्या वह सुरक्षित रहेगी, या धूल में मिल जाएगी, या किसी अंगारे पर गिरकर जल जाएगी, या किसी कमल के फूल पर गिर पड़ेगी ? यहाँ कवि जीवन की अनिश्चितताओं के बारे में बताते हुए कह रहे हैं जीवन में परिणाम अनिश्चित होता हैं और हमारा नियंत्रण केवल हमारे प्रयासों पर ही होता है। उन प्रयासों की वजह से हमारा जीवन कहाँ जाएगा इसका कुछ पता नहीं।

जीवन की अनिश्चितताओं और संभावनाओं के बीच भटकती हुई बूँद को बहती हुई हवा समुद्र की ओर ले गई। उस ओर वो अपनी इच्छा से नहीं गई बल्कि उसका भाग्य उसे वहाँ ले गया। समुद्र पर जाकर वह एक खुले हुए सुंदर सीप में जा गिरती है, जहाँ वह मोती में परिवर्तित हो जाती है। यह बदलाव हमें यह सिखाता है कि जीवन में जब हम नई चुनौतियों का सामना करते हैं, नए-नए प्रयास करते हैं तो भाग्य कई बार हमें बहुत सुंदर और कीमती इनाम देता है। यहाँ कवि जीवन में सकारात्मकता और आशा का संदेश दे रहे हैं।

अंत में कवि बताते हैं कि लोग अपने घरों को छोड़ने में हिचकिचाते हैं, लेकिन घर छोड़ना अक्सर उन्हें नए अवसर प्रदान करता है। जैसे कि बूँद के लिए सीप में मोती बनने का अवसर मिला। यह हमें बताता है कि जीवन में परिवर्तन और नई शुरुआतें अक्सर हमें नई दिशाओं में ले जाती हैं, जो हमारे लिए अधिक मूल्यवान और अर्थपूर्ण साबित होती हैं। यह जीवन की यात्रा में आशा, साहस और सकारात्मकता के महत्व को दर्शाता है।

References:

क) ज्यों निकलकर बादलों _____________ मैं यों कढ़ी।

1) प्रस्तुत कवि और कविता का नाम बताइए।
उत्तर: प्रस्तुत कविता का नाम है एक बूँद और इसके कवि हैं अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’।

2) बूँद जैसे ही बादलों से आगे निकली उसके मन में क्या ख्याल आया ?
उत्तर: बूँद जैसे ही बादलों से आगे निकली उसके मन में ख्याल आया कि वह अपने घर को छोड़कर आगे क्यों बढ़ी।

3) बूँद की दुविधा और अनिश्चितता क्या दर्शाती है?
उत्तर: बूँद की दुविधा और अनिश्चितता मानव मन की अस्थिरता और नए कदम उठाने की स्थिति में अनुभव होने वाले भय और संशय को दर्शाती है।

4) जब हम जीवन में कोई नई चीज शुरू करते हैं या कोई बड़ा कदम उठाते हैं तो हमारे मन में क्या होता है?
उत्तर: जब हम जीवन में कोई नई चीज शुरू करते हैं या कोई बड़ा कदम उठाते हैं, तो हमारे मन में एक भय और संशय होता है।

5) बूँद का अपने घर छोड़ने का निर्णय किस बात की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है?
उत्तर: बूँद का अपना घर छोड़ने का निर्णय जीवन में नए अवसरों की तलाश, अज्ञात की ओर कदम बढ़ाने की इच्छा और नए अनुभवों की प्राप्ति के लिए जोखिम उठाने की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। यह हमें दिखाता है कि विकास और परिवर्तन की प्रक्रिया में, हमें अक्सर अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलना पड़ता है। यह हमें सिखाता है कि विकास और नई उपलब्धियों के लिए, हमें कभी-कभी अपने सुरक्षित स्थान और परिचित परिस्थितियों को छोड़ने का साहस करना पड़ता है।

ख) दैव मेरे भाग्य ________________________ कमल के फूल में ?

1) बूँद अपने भाग्य को लेकर किस प्रकार का चिंतन करती है?
उत्तर: बूँद अपने भाग्य को लेकर चिंतन करती है कि आगे उसका क्या होगा, यह ईश्वर को ही पता है, और क्या वह सुरक्षित रहेगी, धूल में मिल जाएगी, किसी अंगारे पर गिरकर जल जाएगी या किसी कमल के फूल पर गिर पड़ेगी।

2) जीवन की अनिश्चितताओं का वर्णन क्या बताता है?
उत्तर: जीवन की अनिश्चितताओं का वर्णन यह बताता है कि जीवन में परिणाम अनिश्चित हैं और हमारा नियंत्रण केवल हमारे प्रयासों पर ही होता है।

3) हमारे प्रयासों का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: हमारे प्रयासों की वजह से हमारे जीवन की दिशा निर्धारित होती है, हालांकि इसका परिणाम कहाँ जाएगा इसका कुछ पता नहीं होता, यह दिखाता है कि हमारे प्रयास महत्वपूर्ण हैं लेकिन अंतिम परिणाम हमेशा अनिश्चित रहते हैं।

4) जीवन में परिणामों की अनिश्चितता के बावजूद हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर: जीवन में परिणामों की अनिश्चितताओं के बावजूद, हमें अपने प्रयासों को जारी रखना चाहिए और हमेशा सकारात्मक रहते हुए अपनी क्षमताओं का सर्वोत्तम उपयोग करने की कोशिश करनी चाहिए।

ग) बह गई उस _____________________________ पड़ी मोती बनी।

1) बूँद समुद्र तक कैसे पहुँची ?
उत्तर: बहती हुई हवा बूँद को समुद्र तक ले गई।

2) बूँद समुद्र में पहुँचकर क्या बन गई?
उत्तर: बूँद समुद्र में एक खुले हुए सुंदर सीप में गिरकर मोती में परिवर्तित हो गई।

3) बूँद के परिवर्तन से हमें क्या सिखने को मिलता है?
उत्तर: बूँद के परिवर्तन से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में जब हम नई चुनौतियों का सामना करते हैं और नए-नए प्रयास करते हैं, तो भाग्य हमें बहुत सुंदर और कीमती इनाम दे सकता है।

4) बूँद की कहानी के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर: कवि बूँद की कहानी के माध्यम से जीवन में सकारात्मकता और आशा का संदेश देना चाहते हैं। वह यह बताना चाहते हैं कि चुनौतियों और प्रयासों का नतीजा कई बार उम्मीद से भी ज्यादा अच्छा होता है।

घ) लोग यों ही __________________ देता है कर।

1) लोग अपने घरों को छोड़कर नई जगह जाने से क्यों हिचकिचाते हैं?
उत्तर: लोग अपने घरों को छोड़कर नई जगह जाने से इसलिए हिचकिचाते हैं क्योंकि यह उनके लिए एक अनिश्चित और अनजान रास्ते की तरफ कदम बढ़ाने जैसा होता है। इससे उन्हें मन में भय और अनिश्चितता का अनुभव होता है।

2) घर छोड़कर नई जगह जाने से कैसे नए अवसर मिलते है?
उत्तर: घर छोड़कर नई जगह जाने से हमें नए लोगों से मिलने और नई चीजें सीखने का मौका मिलता है, जिससे हमारे जीवन में वृद्धि और समृद्धि आती है।

3) बूँद को सीप में मोती बनने का अवसर कैसे मिला?
उत्तर: बूँद को सीप में मोती बनने का अवसर तब मिला जब वह अपने प्राकृतिक वातावरण से बाहर निकली और समुद्र में एक खुले सीप में गिर गई, जिसके परिणामस्वरूप वह मोती में परिवर्तित हो गई।

4) जीवन में परिवर्तन और नई शुरुआतें क्यों महत्वपूर्ण हैं?
उत्तर: जीवन में परिवर्तन और नई शुरुआतें महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे हमें नई दिशाओं में ले जाते हैं, जो हमारे लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होते हैं। इससे हमें विकास और व्यक्तिगत उन्नति के नए अवसर मिलते हैं।

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