अपने नये मित्र के विषय में बताते हुए अपने पिता को एक पत्र | उन्हें बताओं कि तुम्हें उसमें क्या अच्छा लगा |

अनिल शर्मा,
गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम,
मुंबई – ४२
दिनांक : ……………………..

आदरणीय पिताजी,
सादर प्रणाम।

मैं यहाँ हॉस्टल में आनंद से हूँ और आशा करता हूँ कि आप भी स्वस्थ और खुशहाल होंगे। यह पत्र मैं आपको अपने नए दोस्त के बारे में बताने के लिए लिख रहा हूँ जिससे मैंने हाल ही में स्कूल में दोस्ती की है। उसका नाम अर्जुन है और वह मेरी कक्षा में ही पढ़ता है। अर्जुन बहुत ही मिलनसार और प्रतिभाशाली लड़का है। उसकी गणित में विशेष रूचि है और वह अक्सर कक्षा में सबसे पहले सवाल हल कर लेता है।

अर्जुन के साथ मेरी दोस्ती कुछ हफ़्ते पहले शुरू हुई थी जब हम दोनों ने स्कूल के एक प्रोजेक्ट में साथ काम किया। हमने मिलकर विज्ञानं के एक प्रोजेक्ट पर काम किया जिसमें हमें सौर मंडल का मॉडल बनाना था। उसके पास बहुत सारे रचनात्मक विचार थे और हमने मिलकर एक शानदार मॉडल तैयार किया जिसे स्कूल में सभी ने सराहा।

अर्जुन के साथ मेरी दोस्ती सिर्फ स्कूल तक ही सीमित नहीं है। हम दोनों साथ में क्रिकेट भी खेलते हैं । वह एक अच्छा बैट्समैन है और मैं बॉलिंग करता हूँ। हमारी टीम ने हाल ही में एक स्थानीय टूर्नामेंट में भाग लिया। मेरे और अर्जुन के अच्छे खेल की वजह से हमने कुछ मैच भी जीते । अर्जुन के साथ मेरा समय बहुत ही आनंदमय और उपयोगी बीतता है। आप कभी मेरे हॉस्टल आए तो मैं आपको अर्जुन से जरूर मिलाऊँगा। आप मुझसे मिलने जल्दी ही आना।

आपका प्यारा पुत्र,

अनिल शर्मा।

Leave a Comment

error: Content is protected !!