chapter 1 : कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

भावार्थ

यह कविता जीवन में दृढ़ संकल्प और परिश्रम के महत्व को बताती है। कवि हमें नाव का उदाहरण देकर समझाते हैं कि यदि नदी या समुद्र की लहरों से नाविक डर जाए तो उसकी नाव कभी भी नदी या समद्र को पार नहीं कर पाएगी। यहाँ पर लहरें जीवन की चुनौतियों को दर्शाती हैं, और नौका को पार लगाना जीवन में सफलता प्राप्त करने के प्रतीक के रूप में दिखाया गया है। अर्थात यदि मनुष्य जीवन में आनेवाले संकटों से डर कर कोशिश करना छोड़ दे तो उसे कभी सफलता नहीं मिलेगी। जो व्यक्ति जीवन में लगातार कोशिश करते रहता है, उसे सफलता अवश्य मिलती है। उसकी कभी हार नहीं हो सकती।

कवि अपनी बात को साबित करने के लिए चींटी का उदाहरण देते हुए लिखते हैं कि छोटी सी चींटी जब दाना लेकर दीवार पर चढ़ती है तो कई-कई बार फिसल कर गिरती है परंतु वह हार नहीं मानती। उसे पूरा विश्वास होता है कि वह आखिरकार दिवार पर चढ़कर अपनी मंजिल तक पहुँच ही जाएगी। उसका यही विश्वास उसे बार-बार प्रयत्न करने का साहस और उत्साह देता है। वो बार-बार दिवार पर चढ़ती है और बार-बार गिरती है और अंततः अपने लक्ष्य तक पहुँच जाती है। यहाँ चींटी का अदम्य साहस और लगातार प्रयत्न करना हमें सिखाता है कि मुश्किलों का सामना करते हुए, अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होना ही सफलता का रास्ता है।

अपनी बात को समझाने के लिए कवि गोताखोर का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि गोताखोर मोती खोजने के लिए गहरे समुद्र में बार-बार डुबकियाँ लगाता है, लेकिन ज्यादातर उसे खाली हाथ ही लौटना पड़ता है। गहरे समुद्र में मोती का मिलना इतना सहज नहीं होता। हर बार खाली हाथ लौटने पर भी गोताखोर का उत्साह कम नहीं होता, बल्कि उसकी इच्छा और भी मजबूत होती जाती है। उसकी बार-बार की कोशिश बेकार नहीं होती और एक न एक बार मोती उसके हाथ लग ही जाता है। यहाँ पर मोती की खोज को जीवन की चुनौतियों पर विजय और लक्ष्यों की प्राप्ति के प्रतीक के रूप में दिखाया गया है। इस उदाहरण द्वारा कवि हमें यह बता रहे हैं कि निरंतर प्रयास और सकारात्मक दृष्टिकोण रखने से अंततः सफलता मिलती ही है।

कवि आगे कहते हैं कि असफलता को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए, जिससे सीखने और बेहतर बनने का मौका मिलता है। हमें असफलता से न घबराकर उसे स्वीकार करना चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि हमारी कोशिश में कमी कहाँ रह गई । इसके बाद, हमें उन कमियों को सुधारने की दिशा में काम करना चाहिए। कवि यह भी सुझाव देता है कि सफलता प्राप्त करने तक हमें अपनी सुविधाओं और आराम को त्यागने की तैयारी रखनी चाहिए। यहाँ पर उन्होंने नींद और चैन को त्यागने की बात कही है, जो दर्शाता है कि सफलता के लिए कठिन परिश्रम और लगन बहुत जरुरी है। जीवन में संघर्ष का सामना करते समय हमें कभी भी हार मानकर पीछे नहीं हटना चाहिए। संघर्ष ही हमें मजबूत बनाता है और हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति की ओर ले जाता है। बिना कोई विशेष प्रयास किए किसी भी उपलब्धि की उम्मीद नहीं की जा सकती। सफलता केवल उन्हें मिलती है जो लगातार प्रयास करते हैं और कभी हार नहीं मानते। इसलिए, हमें अपने प्रयासों को जारी रखना चाहिए और कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।

References:

क) कोशिश करने वालों की _______ पार नहीं होती।

1) कविता में लहरों को किस चीज का प्रतीक माना गया है?
उत्तर: कविता में लहरों को जीवन की चुनौतियों और संकटों का प्रतीक माना गया है।

2) कविता के अनुसार, जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए किस चीज की आवश्यकता होती है?
उत्तर: कविता के अनुसार, जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प और लगातार परिश्रम की आवश्यकता होती है।

3) कविता में नाविक का लहरों से डरना किस बात का प्रतिनिधित्व करता है?
उत्तर: कविता में नाविक का लहरों से डरना मनुष्य के जीवन में आनेवाले संकटों और चुनौतियों से भयभीत होकर प्रयास करना छोड़ देने की मानसिकता का प्रतिनिधित्व करता है।

4) कवि और कविता का नाम बताइए।
उत्तर: प्रस्तुत कविता का नाम है “कोशिश करने वालों की हार नहीं होती” और उसके कवि हैं “सोहनलाल द्विवेदी”।

ख) नन्हीं चींटी जब ________ हार नहीं होती।

1) चींटी के प्रयासों में कौन सी विशेषता को उजागर किया गया है?
उत्तर: चींटी के प्रयासों में उसका अदम्य साहस और लगातार प्रयास करने की विशेषता को उजागर किया गया है।

2) चींटी द्वारा बार-बार गिरकर फिर से दीवार पर चढ़ने की प्रक्रिया में क्या संदेश छिपा है?
उत्तर: चींटी द्वारा बार-बार गिरकर फिर से दीवार पर चढ़ने की प्रक्रिया में यह संदेश छिपा है कि मुश्किलों का सामना करते हुए और असफलताओं से न घबराते हुए लगातार प्रयास करना ही सफलता का रास्ता है।

3) चींटी अपने लक्ष्य तक पहुँचने में कैसे सफल होती है?
उत्तर: चींटी अपने लक्ष्य तक पहुँचने में बार-बार प्रयास करके और हार न मानकर सफल होती है। उसका विश्वास और साहस उसे अंततः अपने लक्ष्य तक पहुँचाता है।

4) चींटी के उदाहरण से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर: चींटी के उदाहरण से हमें यह सीख मिलती है कि दृढ़ संकल्प, अदम्य साहस, और निरंतर प्रयास ही सफलता के मूल मंत्र हैं। कोई भी लक्ष्य इतना मुश्किल नहीं होता कि उसे पाया न जा सके, बशर्ते हम मेहनत और लगन से लगातार प्रयास करते रहें।

ग) डुबकियाँ सिंधु में _____________________ हार नहीं होती।

1) गोताखोर मोती खोजने के लिए क्या करता है?
उत्तर: गोताखोर मोती खोजने के लिए गहरे समुद्र में बार-बार डुबकियाँ लगाता है।

2) मोती की खोज में लगे गोताखोर को ज्यादातर समय किस परिस्थिति का सामना करना पड़ता है ?
उत्तर: मोती की खोज में लगे गोताखोर को ज्यादातर समय खाली हाथ लौटना पड़ता है क्योंकि समुद्र में मोती आसानी से नहीं मिलता।

3) गोताखोर की बार-बार की कोशिशों का क्या परिणाम होता है?
उत्तर: गोताखोर की बार-बार की कोशिशें बेकार नहीं होतीं और एक न एक बार मोती उसके हाथ लग ही जाता है।

4) कवि गोताखोर के उदाहरण के माध्यम से हमें क्या सिखाने की कोशिश कर रहे हैं?
उत्तर: कवि गोताखोर के उदाहरण के माध्यम से हमें यह सिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि निरंतर प्रयास और सकारात्मक दृष्टिकोण रखने से अंततः सफलता मिलती ही है। इससे हम जीवन की चुनौतियों पर विजय पाने और लक्ष्यों की प्राप्ति की प्रेरणा मिलती है।

घ) असफलता एक चुनौती _______________________ हार नहीं होती।

1) कवि असफलता को किस रूप में देखने की सलाह देते हैं?
उत्तर: कवि असफलता को एक अवसर के रूप में देखने की सलाह देते हैं, जिससे सीखने और बेहतर बनने का मौका मिलता है।

2) हमें असफलता के प्रति कैसा दृष्टिकोण रखना चाहिए?
उत्तर: हमें असफलता से न घबराकर उसे स्वीकार करना चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि हमारी कोशिश में कमी कहाँ रह गई।

3) सफलता प्राप्त करने के लिए कवि हमें किन चीजों का त्याग करने की सलाह देते हैं?
उत्तर: कवि सफलता प्राप्त करने के लिए हमें अपनी सुविधाओं और आराम को त्यागने की सलाह देते हैं, विशेष रूप से नींद और चैन को त्यागने की बात कहते हैं।

4) कवि के सफलता के लिए क्या जरूरी है?
उत्तर: सफलता के लिए कवि मानते हैं कि कठिन परिश्रम, लगन और लगातार प्रयास बहुत जरूरी हैं। बार-बार प्रयत्न करने वाला जीवन में सफल जरूर होता है।

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